Sunday, July 19, 2015

शमशीर

तेरे ही नाम की शमशीर है ये
कि तेरे इश्क़ की ज़ंजीर है ये

है सारे बेजुबानों की जुबां जो
मेरे ही ख्व़ाब की ताबीर है ये

तेरा ही नाम है लुत्फ़ ए इबादत
मुझे नाम ए अली, शब्बीर है ये

ये तेरे नाम का वाहिद सहारा
ये है इस्मे खुदा, हर पीर है ये

मेरी हर इब्तेदा है नाम तेरा
तेरे ही नाम पे आखीर है ये 

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