रहा नहीं सरपरस्त हो गया ताराज घर
एक बच्चा रो रहा गोद में ले माँ का सर
लेके जाना लाश तक था नहीं बिलकुल सहल
और फिर ये पूछना क्या यही है वो बशर
माँ तू मेरे बाज़ू देख ये सहारा अपना देख
कुछ नहीं होगा मुझे देख माँ तू ग़म न कर
लुट गईं हैं चूड़ियाँ और पैराहन के रंग
पर अभी ज़िंदा हूँ मैं देख तेरा हमसफ़र
अपने घर में ख़ाक है और दुनिया में कहीं
हो बला से गर्द हो या कि हो शम्स ओ क़मर
एक बच्चा रो रहा गोद में ले माँ का सर
लेके जाना लाश तक था नहीं बिलकुल सहल
और फिर ये पूछना क्या यही है वो बशर
माँ तू मेरे बाज़ू देख ये सहारा अपना देख
कुछ नहीं होगा मुझे देख माँ तू ग़म न कर
लुट गईं हैं चूड़ियाँ और पैराहन के रंग
पर अभी ज़िंदा हूँ मैं देख तेरा हमसफ़र
अपने घर में ख़ाक है और दुनिया में कहीं
हो बला से गर्द हो या कि हो शम्स ओ क़मर
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