Monday, October 26, 2015

नाम

अगर हम उसे बुलाएंगे हमें यकीन है कि वो आएगा
ये जो नाम अपने लबों पे है ये उसी का एक नाम है
इसे गर हवाओं में ले लिया तो खो न जाए ये कहीं
न हवाएं अपनी दोस्त हैं न ये रात ही है बावफ़ा
ये नाम है मेरे दोस्त का इसे लेके क्यों करूँ आम मैं
यहाँ हर तरफ है मौत बस यहाँ कैसे लूँ तेरा नाम मैं
यहाँ ज़ीस्त पाश पाश है यहाँ बेकफन हर लाश है
यहाँ बेनिशाँ हर ग़ोर है यहाँ हर तरफ़ इक शोर है
यहाँ नाम तेरा लूँ तो क्या यहाँ कौन है जो सुन सके
यहाँ ग़मज़दा है ये रेत भी, है उसी का नोहा हर तरफ़
उसी चीख में तेरा नाम भी कहीँ हो न जाए बर तरफ़
तेरा नाम मेरे लबों पे है, कि तेरा नाम मेरे दिल में है
पर ले तो उसको ले कहाँ तेरा दोस्त इस मुश्किल में है

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