क़ुर्बान हुई है फिर अपनी तकदीर तुम्हारे तख़्तों पर
लिक्खी है हमारे मातम की तहरीर तुम्हारे तख़्तों पर
अब धरती सारी हिलती है, अब शोर बपा इक होता है
होती है शुरू अब कब्रों की तामीर तुम्हारे तख़्तों पर
ऊपर से हिदायत आई है कि जंग है लाज़िम अब तुमसे
लिक्खेंगे लहू से हम अपनी तहरीर तुम्हारे तख़्तों पर
ये मौत जो है हर जा बरपा, ये रक़्स तबाही का बरपा
ये होगा शुरू सब गलियों में, आख़ीर तुम्हारे तख़्तों पर
अब बात तुम्हारी ख़त्म हुई और बात हमारी ख़त्म हुई,
बस बात करेगी अब अपनी शमशीर तुम्हारे तख़्तों पर
- ऋषिराज
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